चुनाव से लौटी पुलिस की चुनौती अब कोरोना

गाजियाबाद। पंचायत चुनाव की मतगणना के उपरांत अब स्थानीय पुलिस के लिए थोड़ा सा आराम का वक्त था । परंतु कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण ने पुलिस बल की चुनौतियां कम करने की बजाय इसमें कई गुना इजाफा कर दिया है। कोरोना संक्रमण ने पुलिस बल तथा पुलिस अधिकारियों के तनाव को कम करने की बजाय और बढ़ा दिया है । इसके साथ ही जनपद में बढ़ते हुए अपराध का ग्राफ भी एक चिंता का विषय है । यही कारण है कि पंचायत चुनाव की ड्यूटी से लौटने के तुरंत बाद पुलिस कर्मियों को अपने अधिकारियों से कोरोना संक्रमण तथा अपराध की रोकथाम हेतु निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाते हुए मास्क तथा सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु जनपद में 90 विभिन्न जगहों पर बैरिकेडिंग करके पुलिस बल मैदान में उतर चुका है । परंतु यह बात दीगर है कि पंचायत चुनाव से लौटने के उपरांत जनपद के 150 से अधिक पुलिसकर्मी कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित हुए पुलिसकर्मियों में सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारी तक शामिल है। बीते दिनों जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के कोरोना संक्रमित हो जाने के बाद एसएसपी अमित पाठक ने भी स्वयं को क्वॉरेंटाइन कर लिया था। हालांकि अब वह पूरी मुस्तैदी एवं तत्परता के साथ के साथ अपनी ड्यूटी पर लौट चुके हैं। कोरोना संक्रमण काल में ही पंचायत चुनाव की ड्यूटी लगने पर लगभग 2000 से अधिक पुलिसकर्मियों को जनपद से बाहर विभिन्न जिलों में जाना पड़ा था । त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाते हुए शांतिपूर्ण तरीके से चुनावों को संपन्न करवाना पुलिस बल के लिए दोहरी चुनौती थी । जनपद में लौटने के बाद भी पुणे कोरोना प्रोटोकोल का अनुपालन करवाने हेतु दिशा निर्देश जारी दिए गए हैं ।